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Kidney ko swsth rakhne ke upaya

इन प्राकृतिक उपायों को आजमाकर करें किडनी की सफाई पिछले 15 सालों में किडनी रोगों के मामलों में दोगुना वृद्धि हुई है। बिगड़ती जीवनशैली और अस्वस्थ खान-पान इसकी बड़ी वजह है। शरीर से बेकार और विषैले तत्व बाहर निकालने की जिम्मेदारी किडनी की है और किडनी को साफ रखने की जिम्मेदारी हमारी। अच्छी बात यह है कि हम रोज प्राकृतिक तरीकों को अपनाकर किडनी को स्वस्थ रख सकते हैं। बता रहे हैं सत्काम दिव्य। लेखक सत्काम दिव्य, क्लीनिक एप से जुड़े हैं।  शरीर से बेकार की चीजों को बाहर निकालने के लिए किडनी यानी गुर्दों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। किडनी शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित रखती है और हार्मोन बनने की प्रक्रिया में भी मदद करती है। गुर्दे, शरीर में सीने की हड्डियों के नीचे रीढ़ के दोनों ओर दो छोटे से अंग हैं। आम तौर पर अच्छा आहार लेने और पर्याप्त पानी पीने से आपकी किडनी ठीक रहती है। स्वस्थ गुर्दे खून को साफ करते हैं तथा बेकार चीजों को पेशाब के जरिए शरीर से बाहर कर देते हैं। ऐसा न होना किडनी में समस्याएं खड़ी कर देता है। घर में प्राकृतिक तरीकों से किडनी को सेहतमंद रखने के कई तरीके हैं। इससे गुर्दे मजबू

भ्रूण हत्या BHURUN HATYA

 BHURUN HATYA आमतौर पर मानवता और विशेष रूप से समूची स्त्री जाति के विरुद्ध सबसे जघन्य अपराध है। बेटे की इच्छा  परिवार नियोजन के छोटे परिवार की संकल्पना के साथ जुडती है और दहेज़ की प्रथा ने ऐसी स्थिति को जन्म दिया है जहाँ बेटी का जन्म किसी भी कीमत पर रोका जाता है। इसलिए समाज के अगुआ लोग माँ के गर्भ में ही कन्या की हत्या करने का सबसे गंभीर अपराध करते हैं। इस तरह के अनाचार ने मानवाधिकार, वैज्ञानिक तकनीक के उपयोग और दुरुपयोग की नैतिकता और लैंगिक भेदभाव के मुद्दों को जन्म दिया है। गर्भ से लिंग परीक्षण जाँच के बाद बालिका शिशु को हटाना कन्या भ्रूण हत्या है। केवल पहले लड़का पाने की परिवार में बुजुर्ग सदस्यों की इच्छाओं को पूरा करने के लिये जन्म से पहले बालिका शिशु को गर्भ में ही मार दिया जाता है। ये सभी प्रक्रिया पारिवारिक दबाव खासतौर से पति और ससुराल पक्ष के लोगों के द्वारा की जाती है। गर्भपात कराने के पीछे सामान्य कारण अनियोजित गर्भ है जबकि कन्या भ्रूण हत्या परिवार द्वारा की जाती है। भारतीय समाज में अनचाहे रुप से पैदा हुई लड़कियों को मारने की प्रथा सदियों से है। लोगों का मानना है कि लड़के परि